An Unbiased View of shiv chalisa lyrics in gujarati
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ �
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥जन्म जन्म के पाप नसावे । अन्तवास शिवपुर में पावे ॥तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ �